भारत की ग्रामीण और गरीब महिलाओं के लिए शुरू की गई उज्ज्वला योजना ने रसोई से लेकर जीवन तक में बदलाव लाया है। यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि बदलाव की शुरुआत है।
1 मई 2016 को शुरू हुई यह योजना अब तक करोड़ों महिलाओं को स्वच्छ और सुरक्षित रसोई का अनुभव दे चुकी है। सरकार 2025 तक इसे और विस्तार देने जा रही है।
इस योजना का मकसद है महिलाओं को लकड़ी और कोयले जैसे अस्वस्थ ईंधनों से छुटकारा दिलाकर एलपीजी जैसी स्वच्छ ऊर्जा देना।
धुएं से भरी रसोई अब इतिहास बन रही है। उज्ज्वला ने महिलाओं को बीमारियों से बचाकर उन्हें सम्मान और सुविधा का माहौल दिया है।
अब तक 10 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिल चुका है, खासकर ग्रामीण भारत में यह योजना एक बड़ी सफलता रही है।
अब उज्ज्वला योजना में नए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। अगर आपके पास गैस कनेक्शन नहीं है, तो यह सुनहरा मौका है।
pmuy.gov.in वेबसाइट पर जाकर या नजदीकी गैस एजेंसी से संपर्क करके आसानी से ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन किया जा सकता है।
मुफ्त गैस कनेक्शन, चूल्हा, पहला सिलेंडर, ₹1600 की आर्थिक सहायता और त्योहारों पर मुफ्त सिलेंडर—ये सब शामिल हैं उज्ज्वला योजना में।
18+ भारतीय महिला, बीपीएल परिवार की सदस्य और बिना पुराने गैस कनेक्शन वाली महिला पात्र हैं। ई-केवाईसी ज़रूरी है ताकि सब्सिडी मिले।